KABOOKI KA KHAJANA
Printed
Code: GENL-0270-H
Pages: 32
ISBN: 9788184916768
Language: Hindi
Colors: Four
Author: Sanjay Gupta
Penciler: Pratap Mulick, Chandu
Inker: N/A
Colorist: N/A
Paper: Glossy
Condition: Fresh
Price: Printed
Description
जुर्म को मिटाने की नागराज की शपथ उसे खींच लाई तन्जानिया के जंगलों में जहां उसे मिले कुछ दोस्त और मिले जानवरों की बेरहमी से हत्या कर उनका सौदा करने वाले हैवान! और उन हैवानों का सम्राट था थोडांगा। थोडांगा जिसके बारे में प्रसिद्ध था कि वह रोजाना शक्तिशाली गैंडों से कुश्ती करता था। बेजुबान जानवरों की बेरहम हत्याओं को रोकने के लिए नागराज को करना था थोडांगा का अंत! लेकिन उसके रास्ते में दीवार बन कर खड़े थे जिपा और गुंटारा जैसे शैतान जिसके चंगुल से लोग मरकर ही छूटते हैं!