TILISM TOOT GAYA

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TILISM TOOT GAYA
Code: GENL-0331-H
Pages: 32
ISBN: 9788184917376
Language: Hindi
Colors: Four
Author: Sanjay Gupta
Penciler: Kadam Studio
Inker: N/A
Colorist: N/A
Paper: Plain
Condition: Old Stock
Price: Stickered
Rs. 30.00
Description धरती के चार शूरवीर भोकाल, शुतान, अतिक्रूर और तुरीन ने मिल कर तोड़ ही डाला तिलिस्मी ओलम्पाक के तिलिस्म को! परंतु असली खतरा तो अभी बाकी है जो इस सारे षड्यंत्र का सूत्रधार है यानी फुचांग!
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Reviews

Sunday, 09 February 2014
An interesting story which is the climax of the Olampaak. There are many phases of the story which are exciting. All in all a great story. Must read & must have for all.
Rajal Sharma
Tuesday, 04 February 2014
कई साड़ी आपदाओं और मुसीबतों से जूझते हुए चारों महाबली पहुँच जाते हैं तिलिस्म के अंदर जहाँ उनके सामने होता है सोने का महल एक आश्चर्य के रूप में. लेकिन मुसीबतें वह भी उनका पीछा नहीं चोरती नज़र आती. असंख्य नागो से जूझते हुए अपना प्रक्रम साबित करने में लगे होते है चारों की अचानक ही धरती का सीना चीरता हुआ सामने आ जाता है उनके एक नाग दैत्य जो श्वेता को अपनी गिरफ्त में ले लेता है. एक दूसरी मुसीबत उनके सामने आती है एक और शैतान ओलम्पाकिया के रूप में जिस पर किसी भी हथियार का असर नहीं होता है. सब शैतानो से जूझने के बाद खुद उनके सामने आता है ओलंपकराज उन्हें मौत देने के लिए. उसे ख़त्म करने के बाद चल पड़ते है चारों शूरवीर अपने अपने सवाल जेहन में लिए. इसी कहानी में खुलता है तुरीन का रहस्य जिसका रहस्योद्घाटन करते है महर्षि गाजोबाजो. यह सीरीज आखिर समाप्त हुई इस कथा के साथ. और साथ ही में बहुत से हैरत अंगेज़ कारनामे भी देखने को मिले और कई रहस्यों से पर्दा भी उठा लेकिन कुछ अब भी ऐसे थे जिनके जवाब सबको ढूँढने थे. कहानी और चित्र अच्छे बने हैं और हर किरदार का अपना एहम भाग है इस सीरीज में. भोकाल, शूतान, अतिक्रूर, तुरीन और कपाला के जीवन का और मकसद का राज भी खुलता है.
AKASH KUMAR BARNWAL
Thursday, 07 November 2013
story plot is very good artwork is great as usual bhokal comics are awesome a must buy comic
Prince Jindal
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