ADRAK CHACHA
Printed
Code: GENL-0425-H
Pages: 32
ISBN: 9788184918311
Language: Hindi
Colors: Four
Author: Sanjay Gupta
Penciler: Manu
Inker: N/A
Colorist: N/A
Paper: Plain
Condition: Fresh
Price: Printed
Description
खूंखार अपराधी गैण्डा के आदेश पर ठुमरी, बॉबी, हड्डल व काकू ने मुम्बई में मचा दिया कत्लेआम। जुर्म के खिलाफ हथियारों का जखीरा लेकर निकला डोगा लेकिन डोगा के रास्ते में दीवार बनकर खड़े हो गए अदरक चाचा। डोगा ने तो अपने कदम रोक दिए पर अपराध ने नहीं। उसी अपराध का निशाना बन गए खुद अदरक चाचा और सूरज। अब कौन रोकेगा अपराध की इस बाढ़ को।
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Reviews
Tuesday, 04 February 2014
कहानी की शुरुआत होती है फ्लैशबैक से जहां पर हलकान सिंह पुलिस से बचने के लिए कचरे के ढेर से उठा लेता है है एक मासूम को. वोही मासूम आगे चल कर बनता है मुजरिमों के सीने में कम्कम्पी दौड़ा देने वाला जिंदा बारूद - डोगा !! हलकान सिंह की गोली लगने के बाद सूरज हॉस्पिटल में होता है. दूसरी तरफ शहर में एक नया आतंक जन्म ले रहा होता है - ठुमरी, बॉबी, काकू और हड्डल. हर तरफ मौत और क़त्ल-ए-आम मच देते हैं यह चारों. उन चारों को शरण देता है गैंडा नामक एक आदमी. हथियार गोला बारूद हर तरह की सुविधायें मिलती हैं उन्हें. इन सब पर चारों दहशत को एक नया नाम देते हैं. अदरक चाचा सूरज को कसम देते हैं की वो अब से डोगा नहीं बनेगा. लेकिन इन चारों की हरकतों से सूरज से अपनी कसम वापिस लेते हैं. डोगा एक बार फिर मुंबई की सड़को पर इन चारों शैतानो की खोज में निकलता है और इस बात इन्स. चीता भी होता है उनके पीछे. हालात ऐसे बैठते हैं की चीता सूरज को अपने साथ ले जाता है रात की ड्यूटी पर. उसके जानना होता है की डोगा आखिर है कौन और उसे सूरज पे शक होता है लेकिन उसके इस मंसूबे पे पानी फिर जाता है.
कहानी वाकई में इंटरेस्टिंग है और बहुत ही मजेदार लिखी गयी है. संजय जी ने इस कहानी में जान डाल दी थी. डोगा की यह कहानी अच्छी बनी है और मनु का चित्रांकन भी अच्छा है. हालांकि इस कहानी का अगला भाग भी है.
AKASH KUMAR BARNWAL
Thursday, 30 January 2014
One of the early comics of doga. Very nice.
AATIF KHAN
Tuesday, 01 October 2013
Kafi time ke baad aaj ye comics dobara padi. Achhi hai, doga ke initial days. Jab wo chhote-mote gundo aur gang se bhidata tha1 but phir bhi kafi maza aata tha. Isme 4 badmasho ko 1 gang master Ganda bhadkakar apna kaam nikalta hai. Adarak chaha ka role mast hai. Naam ko sarthak karta hai, story poori karne ke liye naxt part padhana padega...
Avinash Tiwari
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