CHEEKH DOGA CHEEKH

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CHEEKH DOGA CHEEKH
Code: GENL-0683-H
Pages: 32
ISBN: 9789332400894
Language: Hindi
Colors: Four
Author: Sanjay Gupta, Tarun Kumar Wahi
Penciler: Manu
Inker: N/A
Colorist: N/A
Paper: Plain
Condition: Fresh
Price: Printed
Rs. 50.00
Description चौकीदारी और वफादारी की मिसाल कुत्ते की शक्ल धारण कर लेब्रा कर रहा था कुतों का ही बेदर्दी से क़त्ल! और अचानक मुम्बई में बढ़ गई चोरियां! जब डोगा ने इसके खिलाफ अपनी बंदूक उठाई तो उन दरिंदों ने डोगा को कर दिया बेबस और अब उनकी एक ही चाहत है कि चीख डोगा चीख! क्या उनकी चाहत पूरी हुई?
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Tuesday, 04 February 2014
पसीने से लथपत उठता है सूरज जो कई बार अपने बीते हुए कल के बारे में देख चुका होता है सपने में. तैयार हो कर कमरे से बहार निकलता है तो उसका एक पडोसी इन्साफ्चंद अदरक चाचा से गली के कुत्तो और सूरज के बारे में चर्चा कर रहा होता है, जिसके बारे में अदरक चाचा उसे बताते हैं तो वो हंस देता है. दूसरी तरफ तैयार हो रहा होता है लेब्रा. जिसे कुत्तो से सकत नफरत होती है. और कहीं भी कुत्तो को देख उसका खून खौल उठता है और वो उनका क़त्ल कर देता है. और घर घर जा कर चोरी करने वाले गोटी और चाभी भी अपना कमाल दिखा रहे होते हैं और टकरा जाते हैं लेब्रा से. उसे वो अपने साथ काम करने को कहते हैं तो वो तैयार हो जाता है. इसी बीच उनका सामना डोगा से होता है. जिसे परास्त करने के बाद वो भाग निकलते हैं. गोटी और चाभी उसे अपने रंग बॉस से मिलवाते हैं जिसके साथ लेब्रा को काम करना होता है. दूसरी तरफ तैयार हो रही होती है लोमड़ी जिसे जानना होता है डोगा का रहस्य. एक लूट के बाद जब लेब्रा भाग रहा होता है तो डोगा उन्हें रोकता है लेकिन इस बार लेब्रा के साथ होते हैं "पॉवर टूल्स", रिंचा, चेकस, हैमर और प्लायेर. यह चारो मिल कर उस पर दरिंदगी दिखाते हैं जिन्हें डोगा उनको सूद के साथ वापिस करता है. लेकिन टकराव के दौरान डोगा घिर जाता है उनसे और तब आती है उसे बचाने के लिए लोमड़ी जो डोगा के दिमाग को भी झकझोर देती है की आखिर यह है कौन. कहानी दिलचस्प बनी है और वाही जी और संजय जी ने काफी मेहनत की है इस पर. हर पन्ने के साथ एक नया किरदार जुड़ा और कई नए रहस्य पैदा हुए. मनु जी का आर्ट भी अच्छा बना है.
AKASH KUMAR BARNWAL
Thursday, 30 January 2014
Loved the character lebra. Nice story & super artwork.
AATIF KHAN
Sunday, 20 October 2013
Someone thief is killing all the dogs and Doga is after him. But than he join hands with another group and beat doga like anything but Doga Nahi Cheekha. Monika pahli baar lomri banti hai. Climax is in escond part.
Avinash Tiwari
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