NAGRAJ AUR KANJA
Printed
Code: SPCL-0035-H
Pages: 64
ISBN: 9789332406759
Language: Hindi
Colors: Four
Author: Tarun Kumar Wahi
Penciler: Pratap Mulick, Milind Misal
Inker: N/A
Colorist: N/A
Paper: Plain
Condition: Fresh
Price: Printed
Description
खूबसूरत बला कांजा जो दूसरे ग्रह से पृथ्वी पर आई थी और उसने अपनी शक्तियों की मदद से यहां के अपराधियों को गायब करना शुरू कर दिया। लेकिन ऐसा करने के पीछे उसका मकसद पृथ्वी वासियों की भलाई करना नहीं बल्कि कुछ और था। और उसका वह इरादा जल्दी ही नागराज की समझ में आ गया। नागराज ने उसे रोकना चाहा परंतु कांजा ने अपनी शक्तियों से नागराज को भी कर दिया गायब! और जब सच्चाई सामने आई तो नागराज के होश उड़ गए! क्या थी वो सच्चाई?