
kabhi-kabhi ye dekha gaya hai ki ke madad krne ke bad us ke dwara ki gyi galti ko samaja kis tarh leta hai ye dikhaya gaya hai.story grat,artwork bhi badiyta hai,action bhi juburdast hai.....doga ke bare main or kaya kahu...story pahd kr hi ap logo ko pata cahl jayegajai viswas
इस कॉमिक्स की कहानी हमारे भारतीय समाज के सड़े हुए सिस्टम पर प्रहार करते हुए बताती है की किस प्रकार एक छोटे से गलती के कारण एक बेगुनाह व्यक्ति सुधरने के लिए जेल जाकर वहां के सड़े हुए सिस्टम के कारन अपराधी बन जाता है.
संजय जी और तरुण जी ने कहानी मज़बूत लिखी है की किस तरह हमारा गिर हुआ समाज एक जेल से अपने पापो की सजा काटकर लौटे हुए व्यक्ति को हिकारत के निगाह से देखकर उसे फिर से अपराध के रस्ते पर चलने पर मजबूर करता है. ये वही 'सभ्य' समाज है जो वासना और बलात्कार की दर कम करने वाली एक वेश्या से तो नफरत करता है लेकिम समाज में वासना को बढ़ाने वाली सनी लोनी को इज्ज़त से देखता है.
कॉमिक्स का चित्रांकन मनु जी द्वारा बेहद बेहद अच्छा है, क्या गज़ब के कोनो से मनु जी ने डोगा को चित्रित किया है, ऐसा चित्रांकन अतुलनीय है. मनु जी आप राज कॉमिक्स में वापस आओ.
बेहद उम्दा कॉमिक्स है ये.
9/10.
sachin dubey
This is another good comics of "Born in Blood" series. The story is good and is full of emotions. Good artwork.Prashant Rawat